मेरे लिए अंतिम भेंट

मेरी अंतिम इच्छा यही होगीतुम लिखना एक काव्य रचनामेरी मृत्यु परमेरे अनकहे बोलमेरी मुस्कुराहटमेरा प्रेममैं विदा होते समयले जाना चाहूंगी एक कविताअपने साथजो अंतिम भेंट होगीसिर्फ मेरे लिए श्वेता पाण्डेय

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सफर चलता रहता है

टूटती है यारियां, बिछड़ते हैं लोगऔर सफर यूँ ही चलता रहता हैरूठते हैं अपने फिर आते हैं पराएऔर सफर यूं ही चलता रहता हैगुजरते हैं साल पर कटती नहीं रातऔर…

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मन करता है मेरा

मन करता है मेरा,तुम्हारे संग असंभव स्थानों पर दीप जलाने का,आसमान और पृथ्वी के मिलन उस क्षितिज को देखने का,हर शाम हर सुबह तेरे साथ जागने का,मन करता है मेरा।तेरे…

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