फुरसतें महँगी होने लगी है

ज़िंदगी की भागदौड़ में खुशियों की तंगी होने लगी है कहा गया वो बचपन का माँ की गोद में सोना ना रहा वो लड़कपन में चोट लगने पे रोना क़िताबों…

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सीवर का ढ़क्कन

आज तीसरे दिन कर्फ्यू में चार घंटे की छूट दी गई थी----- हम लोग हालात नियंत्रण के लिए गश्ती पर निकले हुए थे--- रास्ते में आम जनता से अधिक रैपिड एक्शन फोर्स…

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प्रेम एक पीड़ा

ये प्रेम एक विछोह तो है खुद को खुद से दूर करना है नही इतना सहज दूसरे की प्रेम पीड़ा अपने हृदय में पल्लवित करना आसान क्यों समझ रहे ये…

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