एक खोया सा शहर

https://www.youtube.com/watch?v=OYO1zOYYTMQ&feature=youtu.be उस शहर में कभी जाना होता है तुम्हारा? जहां कई इमारतों की खिड़कियों से हर रोज़ झांकती हैं दबी कुचली ख़्वाहिशें जिस शहर के रास्तों ने होते देखे हैं…

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आकाश से धरा पर

तुम उतर आए मोहन आकाश से धरा पर मन प्रज्वलित हो उठा अंधेरो को हरा कर रास से युद्ध रण तक माधुर्य से कर्म प्रण तक तुम लाए गीता को…

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खुला आसमान

दोस्ती महज़ रिश्ता ही नहीं, फ़र्ज़ है यारों का खुदा करे शहर मेरे, ऐसी सरकारें ना हो । गिले शिकवे तो तजुरबे हैं ज़िंदगी के, ठोकर चाहे रास्ते लगे या…

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