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ख़ुशी दिल की

ढ़लती रात में गुम हो जाएगें
बदलते वक्त में कहीं छुप जाएगें
नही रोक सकोगे
आखों में कैद करके
ये सपने तुम्हारे…

हर पल, दर पल याद आएगें
लम्हें सुन्दर जो गुजर जाएगें
तुम्हारी तन्हाई तुम्हें ज्ञात होगी
जब आँखो से एक कतरा
जमीं पर गिरेगा

भर लो वक़्त को बाहों में अपने
महसूस करो एक पल खुशी का
लम्हों को लगाओ गले से अपने
दिल दुआ न दे तुम्हारा
तो कहना……|

– एस.बी.राजपूत