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सफेद फूल

पूजा की थाली में सफेद फूल सी तुम
खुद पर इतराती हुई
अपनी ही दुनिया में खोई
बाहर की दुनिया में थोड़ी सी गुम
पूजा की थाली में सफेद फूल सी तुम
तुम्हें नहीं पसंद औरों की तरह चिल होना
वो कूल लगने वाले गंदे जोक्स पर
यूं दांत दिखाना, जबरन खुश होना
कभी किसी बात पर खिल जाना
तो कभी उसी बात पर गुमसुम
पूजा की थाली में सफेद फूल सी तुम
वैसे तुम्हें समझना आसान नहीं है
हरकतें काफी कंफ्यूज़िंग हैं
मगर आंखें बेईमान नहीं हैं
प्यार हो या नफरत
शिद्दत-ए-दिल से निभाती हो
बचपन अभी ज़िंदा है
उसे जिंदा रहने दो
मैच्योर दिखने के चक्कर में
क्यों दफनाना चाहती हो!
थोड़ी खरी सी हो
मानो चावल के दाने में लिपटा हो कुमकुम
पूजा की थाली में सफेद फूल सी तुम

  • अमित कुमार