ज़रूरी है

नदी के उस पार अब पहुंचना है बहुत जरूरी डर तो लगता,जिसे जीतकर तैरना है जरूरी नादान परिंदों की तरह मन घूमता रहता रात दिन अंत में मगर कभी न…

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ख़ामोश आंखे

दर्द में डूबी खामोश आंखे ठहर ठहर कर चलती सांसे घटती रहती  घटनाएं मासूम रक्त को बहाए खूंखार दिलो को फिर भी शर्म न आए कुछ न करे कोई कुछ…

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आँखों में मशाल

अपनी बेटी को सिखा रहा हूँ आँख मारना जिससे वो एक झटके में ही ध्वस्त कर दे उसे घेरने वाली मर्दवादी किलेबंदी उसे सिखा रहा हूँ आँखें मटकाना कि वो…

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