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हमसफर

उम्मीदों को ठोकर लगते ही
दिल बहलाने चला आता है
अकेलापन
खूबसूरत वो हमसफर मेरा

रातों में नींद को गुमशुदा
अंधेरों को दूर करने चला आता है
अकेलापन
खूबसूरत वो हमसफर मेरा

पन्ना कोई खाली दिखे तो
कलम लफ्जों की थामें चला आता है
अकेलापन
खूबसूरत वो हमसफर मेरा

टूट जाए दिल किसी वजह
तो अश्क गिराए चला आता है
अकेलापन
खूबसूरत वो हमसफर मेरा

-अनुजा श्रीवास्तव