You are currently viewing विदा होती बेटी

विदा होती बेटी

विदा होती बेटी की
नानी ने कहा ,
अब वही तुम्हारा घर है
सब का सम्मान करना
कह कर उसने अपनी
आंखें पोंछ लीं ।।

विदा होती बेटी की
मां ने कहा ,
अब वही तुम्हारा घर है ,
पर इस घर में तुम्हारा हक…
हमेशा उतना ही रहेगा ।
सब का सम्मान करना,
ये कहते हुए उसने
अपनी मां की
आंखों में देखा ।।

विदा होती बेटी की
भाभी ने कहा ,
अब वही तुम्हारा घर है
सब का सम्मान करना
पर अपने आत्म सम्मान की
कीमत पर कुछ नहीं करना
ये कहते हुए उसने
अपने पति की
आंखों में देखा ,और फिर कहा
और हां मत भूलना कभी
इस घर में तुम्हारा हक
हमेशा उतना ही रहेगा ।।

स्त्री ,अब स्त्री के साथ खड़ी है
और स्त्री की दशा
बदल भी सकती है

Pushpindra Chagti Bhandari