चार पारले-जी बिस्कुट ,
दो बूंदी के लडडू और
नमकीन का पैकेट
बस फिर क्या,
छोटी सी निक्कर पहने ,
स्कूल की पी.टी करके ,
बाहर लगे ठेलों से बेर
नहीं तो मूंगफली,
फुलकी – चाट जैसी ऊलजलूल
चीजें खाकर आराम से वापस घर लौटना …
कभी मेरी 26 जनवरी
कुछ ऐसी भी हुआ करती थी ! !