मेरी कहानी

कुछ किताबों सी है
जिन्दगी मेरी
सुलझे से तो हैं पन्ने
मगर उलझी सी
हैं कहानियाँ सभी

उलझी कहानियां
सुलझे किस्से
कुछ तेरे हिस्से
कुछ मेरे हिस्से

शालिनी सिंह