You are currently viewing फिर से प्यार होगा

फिर से प्यार होगा

गलियों में घूमेगा, किसी का इंतजार होगा
यकीन कर पगले तुझे फिर से प्यार होगा
फिर से रूठेगा कोई,मनाएगा किसी को
एक झलक पाने को दिल बेकरार होगा
यकीन कर पगले तुझे फिर से प्यार होगा।

फिर से वही दिन आएंगे
माहौल खुशगवार होगा
किसी की आंखों में खोएगा तू
उन आंसुओं पर ऐतबार होगा
यकीन कर पगले तुझे फिर से प्यार होगा।

वो रातों की ढेर सारी बातें
बातों के बाद दिन में मुलाकातें
तेरी बेचैन करवटों का हिसाब
चादर की सिलवटों से इस बार होगा
यकीन कर पगले तुझे फिर से प्यार होगा।

किसी की धुन में मगरूर होगा
तू फिर खुद से दूर होगा
दुनियादारी भूलेगा सारी
कुछ ऐसा तुझ पर फितूर होगा
किसी का नशा तुझ पर इस कदर सवार होगा
यकीन कर पगले तुझे फिर से प्यार होगा।

– अमित कुमार गुप्ता