You are currently viewing अपग्रेड | 1

अपग्रेड | 1

सुनो
मैं आज तुमसे कुछ बात कहना चाहती हूँ
हाँ बोलो न क्या बात है ?

देखो अब तक तक जो कुछ भी था
हम लोगो के बीच, जो होना था हो गया
लेकिन अब मैं इस रिश्ते को और आगे नही ले जाना चाहती

यार ऐसे क्यों बोल रही हो,
मैंने अगर कोई गलती की है तो उसके लिए सॉरी |
पर प्लीज़ मुझे छोड़ के जाने की बात मत करो

उसकी बात का जवाब दिए बिना उसने अपना बैग उठाया और निकल गई
आंखो में आंसू लिए वो उसे जाते हुए देखता रहा |

देर शाम तक वो उसी पार्क की कुर्सी में बैठा रहा|

– सुलभ सिंह