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जरुरी है क्या ?

तुम्हें ख्वाबों से इश्क़ है
और मुझे ख्वाब तुम्हारे इश्क़ का

तुम्हें क़िस्सों में मेरा किरदार पसंद है
और मेरा हर एक किस्सा तुमसे

तुम अक्सर इश्क़ की बातें करती हो
और मैं तुम्हारी बातों से इश्क़

तुम चाहती हो एक अंजाम सफर का
और मैं बस चलते रहना चाहता हूँ,
हाथों में हाथ थामें

बस इतना बता दो, अंजाम जरूरी है क्या ?
इस खूबसूरत सफ़र का, कत्ल जरूरी है क्या ?

– सौरभ कुमार