You are currently viewing आँख चुराते लोग

आँख चुराते लोग

जिंदगी का पहाड़ा, ठीक ठाक है
कई लोगो की गिनतियाँ है इसमें,
अक्सर इनकी गिनती भूल जाती हूँ,
उनमें से कुछ खास है
जिन्हें गिना जा सकता हैं इन उंगलियों पर ,
क्योंकि दूर होकर भी वो पास है
उनकी खट्टी मीठी यादो में,
फिर भी इन उंगलियों में वो गिनती सिमट नहीं पाती…
वही गिनती,
जिसमें गिनना चाहती हूँ उन लोगो को,
जिन्होंने नजरे न चुराई हो,
जिन्होंने हमेशा आँखे मिलाई हो,
फिर भी ख़त्म हो जाती हैं जल्द ही ये गिनतियाँ,
आखिर क्यों ज्यादा पड़ जाती हैं ये उंगलिया
जब हिसाब होता हैं
आँख मिलाते लोगों का,
क्यों ज्यादा पड़ जाती हैं ये उगंलिया,
जब हिसाब होता है,
आँख चुराते लोगो का..

– इरीना बघेल