सीवर का ढ़क्कन

आज तीसरे दिन कर्फ्यू में चार घंटे की छूट दी गई थी----- हम लोग हालात नियंत्रण के लिए गश्ती पर निकले हुए थे--- रास्ते में आम जनता से अधिक रैपिड एक्शन फोर्स…

Continue Readingसीवर का ढ़क्कन

लाजो

मेरा नाम तो है लाजवंती लेकिन गांव के लोग मुझे लाजो कह के बुलाते हैं। हमारे गांव से सिर्फ दस किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान की सरहद है। बचपन में…

Continue Readingलाजो

एक मुस्कान

ये हवा ये गुलाबी मौसम सब बेमानी है तेरी एक मुस्कान से ये सुर्ख गुलाब ये तंज़ फ़िज़ा सब बेमानी है तेरी एक मुस्कान से खता हो जो बात झूठ…

Continue Readingएक मुस्कान

End of content

No more pages to load