संकल्प नववर्ष का

तुम से मिले सब दर्द पुराने, और वो अपनी साझी यादें, जो मन में कोलाहल करतीं, कभी चैन से बैठ न रहतीं, सौंप रहा हूँ गये साल को। उजड़ गईं…

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