सबक

यह शहर के बाहरी इलाके में बसी कॉलोनी का चाल था। तीन तरफ से एक के बाद एक बने बारह कमरे आगे की तरफ दीवार से लगे लोहे के दरवाजे…

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सपने में प्रपोज़ल

सरस्वती पूजा की तैयारी पूरी हो गयी थी । पंडित जी आ चुके थे बाकी था तो बस कुलपति जी का आना. पूरा हॉस्टल फूलों से सज़ा हुआ था कॉमन…

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इंटरव्यू

आज उसकी जिंदगी का सबसे खास पल था।अपने सपने को वो पाने जा रही थी।हमेशा की तरह शांत और गंभीर रहने वाली कुहू आज नर्वस भी थी। जैसे ही पता…

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