कल के अखबारों के लिए

आख़िरी दिसंबर की इस सर्द रात अपने एकांत कमरे में जब मैं तलाश रहा हूं अपनी नींद के लिए एक सुरंग कमरे के बाहर पसर चुका होगा कुहासा सड़क की…

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