सपने में प्रपोज़ल

सरस्वती पूजा की तैयारी पूरी हो गयी थी । पंडित जी आ चुके थे बाकी था तो बस कुलपति जी का आना. पूरा हॉस्टल फूलों से सज़ा हुआ था कॉमन…

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प्रेमपत्र

रातों में भरा है जाने कितना प्रेम ना जाने कबसे कि इस दुनिया का पहला प्रेमपत्र भी लिखा गया होगा रात में ही यूँ प्रेमपत्र रात-भूमि की आदिम फ़सल हैं…

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एक मुस्कान

ये हवा ये गुलाबी मौसम सब बेमानी है तेरी एक मुस्कान से ये सुर्ख गुलाब ये तंज़ फ़िज़ा सब बेमानी है तेरी एक मुस्कान से खता हो जो बात झूठ…

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