आग पल रही है अंतर में

आग पल रही है अंतर में कैसा जीवन सुखदायी है कहते सात जनम का रिश्ता इंतज़ार दुखदायी है मन पागल लेकर पंख हवा से अनंत तक उड़ जाता है l…

Continue Readingआग पल रही है अंतर में

End of content

No more pages to load