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शहर की छत

अब शाम होती है
तो घर की छतों में लोग नहीं होते,

हाँ, पानी की टंकियाँ होती हैं…
डीटीएच की छतरियां होती हैं…
खिड़की से चिपकी AC की मशीनें होती हैं…
Wi-Fi के सिग्नल होते हैं।

शायद, इतना कुछ छत पर है
इसलिए लोग छत पर नहीं हैं।

– पंकज जैन